
'पहली नजर में पहला प्यार' क्या होता हैं ,
'उस' दिन मैंने जाना ...
हर वक्त यही एहसास होता था,--
हर रोज आनेवाली रात भी...
उस दिन, मेरेही ..और सिर्फ मेरेही लिए तारें लेकर आई थी...
चाँद भी मेरे लिए ही जगमगा रहा था ...
ठंडी हवाका झोंका सिर्फ मुझसेही होकर गुजरता था...
मन पर मेरें तुम छाए हुए थे,
दिल पर मानों अब तुम्हाराही राज चल रहा था,
हर जगह तुम्हारे होनो का एहसास मज़ा देता था,...
होठों पर एक अंजानी-सी,
अचानक-सी हँसी आकर थम जाती थी ...
जो मानो मुझे छोड़ने का नाम ही नहीं लेती थी,
सब को पता चल गया ...
मैंने कभी किसीको अपने मन की बात ना बताई
फिर भी ......
सभी को इस बात का पता चल चूका था
की....
मुझे प्यार हुआ था .......
- - - - नेत्रा
prem se paripuran rachnaa.
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है
ReplyDeleteEk Number!!
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